ये कविता एक प्यारी सी दोस्ती पर आधारित है I
दोस्ती चार दोस्तों की ( गीता ,सिमरन ,मोहिनी , मोनू )
जिसमे प्यार है , एक दुसरे का साथ है , विश्वास है , प्रकाश है ,एक महकती और खिलखिलाती जिंदगी की शुरुआत है , इस कविता के एक एक अंश मे बयान हुई हमारी कहानी हमारी ही जुबानी
दोस्ती चार दोस्तों की ( गीता ,सिमरन ,मोहिनी , मोनू )
जिसमे प्यार है , एक दुसरे का साथ है , विश्वास है , प्रकाश है ,एक महकती और खिलखिलाती जिंदगी की शुरुआत है , इस कविता के एक एक अंश मे बयान हुई हमारी कहानी हमारी ही जुबानी
जैसे पहेली, बडी अटखेली
गीत जीवन का गायें हर पल
सिमरन प्यार का फैलाए हर पल
छा गयी इनकी मोहिनी दुनिया में
- मोहिनी
गीता के मीठे सुर
मोहिनी का स्नेह और प्यार
सिमरन की याद बन गया जैसे
एक प्यारा त्यौहार
खुशियों की बौछार
रंगोंका निखार
बन गया प्यारासा त्योहार
सिम मोहू और गीता का प्यार
सिम्मो, गीत और मोहू की यारी
खुशियाँ हैं इसमें ढेर सारी
तीनों हैं प्यारी
तीनों हैं निराली
सब जाएँ इस यारी पे वारी - वारी
सिम्मो है जैसे कोई परी
गीत है जैसे कोई राजकुमारी
और मोहू है जैसे कोई रानी
नहीं हैं किसीको भी कोई हैरानी
क्योंकि इनकी दोस्ती है जानी – मानी